नबियों की कुछ बातें और ताबूते सकीना का खुलासा | mystery off anbiya and tabute sakeena

आदम अलैहिस्सलाम:- Aadam Alaihissalam

  • आदम अलैहिस्सलाम ने हमेशा बारिश का पानी पिया, कुएं का पानी कभी न पिया सबसे पहले आदम अलैहिस्सलाम ने ही चांदी से रुपया और सोने से अशर्फी बनाईं
  • हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की मज़ार पाक मिना में मस्जिदे खैफ के पास बताई जाती है । हज़रत हव्वा जद्दा में दफ्न हुईं ।
  • खजूर की पैदाइश हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की बची हुई मिट्टी से हुई ।
  • हज़रत हव्वा के कुछ बच्चे पैदा होते ही खत्म हो गए थे उनके नाम अब्दुल्लाह, उबैदुल्लाह, अब्दुर्रहमान थे ।
  • जब आदम अलैहिस्सलाम जन्नत से तशरीफ लाए थे तब उनके चेहरे मुबारक का रंग सांवला हो गया था । तौबा क़ुबूल होने के बाद उनको हुक्म हुआ चांद की तेहरवी,चौधवी और पंधर्वी का रोज़ा रखो। चुनांचे आपने ये रोज़े रखे हर दिन जिस्म का तिहाई हिस्सा असली रंगत पर आता गया । पंधरवीं तारीख को तमाम जिस्म असली रंगत पर आ गया
  • ये तीनों रोज़े नूह अलैहिस्सलाम के ज़माने तक फर्ज़ रहे इस्लाम में भी कुछ ज़माने तक हर माह के ये तीन रोज़े फर्ज़ रहे अब ये फर्ज़ नहीं सुन्नत हैं।
  • हज़रत सईद इब्ने जबीर फरमाते हैं कि आदम अलैहिस्सलाम के बेटे हाबील का दुंबा (भेड़) आग उठा ले गई थी, ये दुंबा जन्नत में रहा फिर जब हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम अपने बेटे हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम को ज़िबाह करने लगे तो छुरी न चली और ये दुंबा आपकी जगह आ गया और आपका फिदिया बना ।

कुछ और नबी:- kuch our nabi

पांच लोग जो बहुत रोए हैं:- paanch log jo bahut roe hain

  1. आदम अलैहिस्सलाम अपनी खता पर बहुत रोए यहां तक की आपके आंसू सरंदीप के जंगलों में बह गए , याकूब अलैहिस्सलाम अपने बेटे यूसुफ अलैहिस्सलाम की याद में बहुत रोए यहां तक की आप नाबीना हो गए थे, याह्या अलैहिस्सलाम खौफे इलाही में बहुत रोए, फातिमा ज़हरा रज़ीयल्लाहु तआला अन्हा हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की वफात के बाद बहुत रोईं और फिर कभी आपको हंसी नहीं आई , और इमाम ज़ैनुल आबेदीन वाकिया कर्बला के बाद बहुत रोए ।
  2. हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम गोफन( गुलेल) चलाने में बहुत माहिर थे कि उससे भेड़िए,चीते और शेर तक का शिकार कर लिया करते थे उसी गोफन (गुलेल) से आपने जालुत को कत्ल किया था ।

ताबूते सकीना का खुलासा :- Tabute sakeena ka khulasa

ताबूते सकीना शमशाद की लकड़ी का एक संदूक था जिस पर सोने की चादर चढ़ी हुई थी उसकी लंबाई तीन हाथ और चौड़ाई दो हाथ थी उसे अल्लाह ने आदम अलैहिस्सलाम पर नाज़िल फरमाया था उसमें अंबिया अलैहिमुस्सलाम और उनके मकानात की तस्वीरें थीं और आखिर में सय्यदुल अंबिया सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम और आपके दौलत कदे की तस्वीर सुर्ख याकूत में इस तरह थी कि हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ब हालते नमाज़ कयाम में हैं और आपके गिर्द सहाबा इकराम हैं । ये संदूक आदम अलैहिस्सलाम से विरासातन अंबिया अलैहिमुस्सलाम को मुनतकिल होता हुआ मूसा अलैहिस्सलाम तक पहुंचा आप उसमें तौरात शरीफ की तख्तियां रखते थे और अपना खास समान भी जैसे असा,कपड़े, नालैन मुबारक, हज़रत हारून अलैहिस्सलाम का अमामा उनका असा और थोड़ा सामान जो बनी इसराईल पर उतरा था । मूसा अलैहिस्सलाम जंग के मौके पर ताबूते सकीना को आगे रखते थे और उसकी बरकत से और फतह हासिल होती थी । उस से बनी इसराईल को भी तस्कीन रहती थी । आपके बाद ताबूते सकीना बनी इसराईल में होता हुआ चला आया । जब उन्हें कोई मुश्किल पेश आती तो वो उस संदूक को आगे रखकर दुआ फरमाते और कामयाब होते थे । जब उनकी बे इल्मी बढ़ती गई तो उन पर कौमे अमालका मुसल्लत कर दी गई जो इसराईलियो से ये ताबूते सकीना छीन ले गई और उसको बेहुरमती से गंदी जगह पर रख दिया । ताबूते सकीना की बेअदबी की वजह से कौमे अमालका सख्त बीमारियों और मसाइब में मुबतला हो गई । जो कोई उस ताबूत के पास पेशाब करता या थूकता वोह बवासीर में मुब्तला हो जाता। कौमे अमालका की पांच बस्तियां तबाह हो गईं तब उन्हें यकीन हुआ कि बीमारियां ताबूत की बेअदबी की वजह से हैं । लिहाज़ा उन्होंने ये ताबूत एक बैलगाड़ी पर रखकर बैलों को हांक दिया । फरिश्ते बैलों को हांकते हुए ताबूत को तालूत के पास ले गए । बनी इसराइल ताबूत को देखकर खुश हो गए । यह वोह वक्त था कि जब उन्हें जालूत का मुकाबला दर पेश था जो बहुत ज़ालिम और जाबिर था । बनी इसराईल को ताबूत की वजह से फतह मंदी का यकीन हो गया और सबने तालूत से बैत करके उन्हें बादशाह मान लिया ।

Nabiyon ki kuch ahem baate : नबियु की कुछ अहम बातै

  1. हज़रत नूह अलैहिस्सलाम का नाम अब्दुल गफ्फार बिन नमक बिन मतुशलख बिन इदरीस अलैहिस्सलाम है आपकी विलादत आदम अलैहिस्सलाम से 1100 साल बाद हुई
  2. हज़रत सुआलेह अलैहिस्सलाम को अल्लाह ने कौमे समूद की हिदायत के लिए भेजा था । पत्थर से ऊंटनी आपके मोजिज़े से निकली थी । उम्मत ने उसकी कूंचें काट डालीं इसलिए अल्लाह ने उन पर कड़क बिजली का अज़ाब नाज़िल फरमाया कौमे समूद में अहीमर नाम के शख्स ने उस ऊंटनी के पैरों की रगें कटी थीं
    • ओकाते नमाज़ सबसे पहले हज़रत नूह अलैहिस्सलाम ने मुकर्रर फरमाए ।
    • घोड़े की सवारी सबसे पहले हज़रत इदरीस अलैहिस्सलाम ने की ।
    • हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम के असे की लंबाई 10 गज़ थी।
    • हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम की ज़बान में लुकनत थी । हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम के बदन शरीफ पर बाल बहुत थे और इतने सख्त कि अगर दो कमीज़ भी पहने होते तो बाल उनसे बाहर निकल आते । और जब आप गुस्से में होते तो बाल आपकी टोपी से निकल जाते थे । जलाल की वजह से आपकी टोपी कभी कभी जल जाती थी।
    • सबसे पहले रसूल जो कुफ्फार पर भेजे गए वोह हज़रत नूह अलैहिस्सलाम थे । आपने 950 साल हिदायत फरमाई।
    • हज़रत इस्माईल बिन इब्राहीम अलैहिस्सलाम के 12 लड़के थे ।
    • हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम की उम्र 130 साल की हुई।
    • हमारे आका और मौला सय्यदूल मुरसलीन सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के बाद सबसे बड़ा मर्तबा हज़रत इब्राहीम खलीलुल्लाह का है ,फिर हज़रत मूसा कलीमुल्लाह का है, फिर हज़रत ईसा रुहुल्लाह का है ,फिर हज़रत नूह नजीउल्लाह का है ।
    • हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम को अल्लाह ने ऐसा हुस्न अता फरमाया था की मिस्र में इब क़हत पढ़ जाता था तो यूसुफ अलैहिस्सलाम को देखकर लोग अपनी भूख भूल जाते थे ।

1 thought on “नबियों की कुछ बातें और ताबूते सकीना का खुलासा | mystery off anbiya and tabute sakeena”

  1. This is really interesting, You are a very skilled blogger.
    I have joined your rss feed and look forward
    to seeking more of your magnificent post. Also, I have shared your site in my social networks!

    Reply

Leave a Comment