Hamare Nabi ki Biwiyan aur unke naam : हमारे नबी की बीवियाँ और उनके नाम

आज हम इस पोस्ट में अपने नबी सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की बीवियों के बारे में जानेंगे कि आप की बीवियों से आपका निकाह कब हुआ और उनका विसाल कब हुआ |

Hamare Nabi ki Biwiyan aur unke naam : हमारे नबी की बीवियाँ और उनके नाम

  1. खदीजा बिन्ते ख़ुवैलद रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा
  2. सौदा बिन्ते ज़मआ़ आ़मरिया रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा
  3. आयशा सिद्दीक़ा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा
  4. ह़फ्सा बिन्ते उ़मर रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा
  5. उम्मे ह़बीबा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा
  6. ज़ैनब बिन्ते ख़ुज़ैमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा
  7. उम्मे सलमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा
  8. ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा
  9. जवेरिया बिन्ते ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा
  10. सफ़िया बिन्ते ह़यी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा
  11. मैमूना बिन्ते ह़ारिस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा
  12. मारिया क़बत़िया रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा
  13. रिह़ाना बिन्ते शमऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा

Hamare Nabi ki Biwiyan : हमारे नबी की बीवियाँ

नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की अज़वाज (बीवियां) रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़नहुन्ना को “अज़वाजे मुतह्हरात” कहा जाता है और क़ुरान मजीद में उन्हें उम्माहतुल मोमिनीन यानी ईमान वालों की माँ कहकर पुकारा गया है “अज़वाजे मुतह्हरात” (बीवियाँ) 13 हैं और जो एक बार में सब निकाह में रही वह 11हैं

नीचे हम उनके बारे में बहुत कम अल्फ़ाज़ में आप को समझाने की कोशिश करेंगे पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें इंशाअल्लाह पसंद आएगी

अज़वाजे मुतह्हरात रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़नहुन्ना को जानना हर मुसलमान के लिए ज़रूरी है क्योंकि क़ुरान में उनको मोमिनीन की मां कहकर पुकारा गया है और माँओं के बारे में जानना हमारे लिए क्यों जरूरी नहीं होगा

khadeeja binte khuwailad : खदीजा बिन्ते ख़ुवैलद रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा:-

खदीजा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा हांथी वाले वाक्ये से 15 साल पहले मक्का में पैदा हुईं आपका नाम “खदीजा” और लक़ब ताहिरा था , ताहिरा का मतलब पाक दामन होता है, उनके वालिद का नाम हो ख़वैलद बिन असद और मां का नाम फात़िमा था, आप मक्का की बहुत मालदार औरत थीं नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के साथ निकाह से पहले आपका निकाह अबूहाला बिन बनाश तमीमी और फिर अ़तीक बिन आ़बिद मख़ज़ूमी से हुआ , उनके इंतकाल के बाद आप 40 साल की उम्र में और बाज़ ने फरमाया 45 साल की उम्र में मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के निकाह में आईं उस वक़्त आप सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र शरीफ 25 साल की थी , जब हमारे नबी मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने नबुव्वत का ऐलान किया तो नबुव्वत को सच्चा बताकर सबसे पहले ईमान लाने वाली भी खदीजा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा थीं, हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के निकाह में आने के बाद आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा 25 साल तक ज़िंदा रहीं और नबुव्वत के दसवीं साल और हिजरी के 3 साल पहले मक्का में आप की वफात हुई | खदीजा रजि अल्लाह ताला अन्हा पहली बीवी थीं आप सल्लल्लाहु तआ़ला वसल्लम की, इससे पहले आपका किसी के साथ निकाह न हुआ था |

souda binte Zamaa Aamriya : सौदा बिन्ते ज़मआ़ आ़मरिया रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा:-

खदीजा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा के विसाल के बाद सौदा बिन्ते ज़मआ़ आ़मरिया रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा से आपका निकाह 7 रमज़ान वाज़ रिवायत के मुताबिक़ शव्वाल में 10 नबवी को नबीये करीम सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के साथ निकाह हुआ , निकाह के वक्त आप सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम की उम्र मुबारक 50 साल की थी,सौदा बिन्ते ज़मआ़ आ़मरिया रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा कुरैश के कबीले आमिर बिन लवी से ताल्लुक रखती थीं , आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की पहली शादी सुकरान बिन उमर से हुई, उनके इंतकाल के बाद आप सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के निकाह में आई, सौदा बिन्ते ज़मआ़ आ़मरिया रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा का विसाल हज़रत उमर फारूक़ रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु के दौरे ख़िलाफत में हुआ |

सखावत करना और लोगों पर रहम करना आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की अच्छी आदतों में से थे |

Aesha Siddeeqa Raziallahu tala Anha : आयशा सिद्दीक़ा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा:-

आयशा सिद्दीक़ा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा खलीफा ए अव्वल हज़रत अबू बकर सिद्दीक़ रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु की साह़बज़ादी थीं, और आपकी वालिदा का नाम ज़ैनब था, आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा का लक़ब “सिद्दीक़ा” और कुन्नियत “उम्मे अ़ब्दुल्लाह” है, मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम से आपका निकाह मदीने की हिजरत से पहले हुआ और रुख़सती हिजरत के पहले साल हुई रुख़सती के वक्त आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की उम्र 17 साल और वाज़ रिवायत के मुताबिक़ 19 साल की थी और ह़ुज़ूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम की उम्र मुबारक 54 साल थी, आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा का विसाल 57 हिजरी बनू उम्मिया के दौरे हुकूमत में हुआ| आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा औरतों में सबसे ज़्यादा इ़ल्म वाली थीं, बेशुमार हदीसें आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा से मरवी हैं |

Hafsa Binte Umar Raziallahutalaanha : ह़फ्सा बिन्ते उ़मर रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा:-

आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा दूसरे ख़लीफा हज़रत उ़मर फारूक़े आ़ज़म रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हु की साह़बज़ादी थीं, आपकी वालिदा का नाम ज़ैनब बिन्ते मज़ऊ़न था, जो मश्हूर सह़ाबी उ़स्मान बिन मज़ऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु की बहन थीं,

आप पहले ख़नीस बिन ख़ुज़ाफा रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु के निकाह में थी, आप अपने वालिद उ़मर फारूक़े आ़ज़म रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु और अपने शोहर खुदाख़नीस बिन ख़ुज़ाफा रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु के साथ इस्लाम के दामन में आईं , बदर की जंग में आपके शौहर ज़ख़्मी हो गए और उन्हीं ज़ख़्मों में वह वफात पा गए, शौहर की शहादत के बाद आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा 3 हिजरी को नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के निकाह में आईं निकाह के वक्त आप सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र मुबारक 56 साल थी , जबकि ह़फ्सा बिन्ते उ़मर रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की उम्र 21 साल थी | आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का विसाल शाबान में 45 हिजरी को मदीने में हुआ |

Umme Habeeba RaziAllahutalaanhu : उम्मे ह़बीबा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा:-

उम्मे ह़बीबा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का असली नाम “रमला” है आप रज़िअल्लाहुतआ़ला व अन्हा “अबू सुफियान बिन ह़र्ब” की साहबज़ादी हैं, आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की वालिदा सफिया बिन्ते आ़स ह़ुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की फूफी थीं | आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का पहला निकाह उ़बैदुल्लाह बिन जह़श से हुआ, आपने उ़बैदुल्लाह के साथ ह़ब्श की तरफ़ ह़िजरत की उ़बैदुल्लाह के इंतेकाल के बाद आप सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने नजाशई ह़ब्शा के ज़रिए आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा को निकाह़ का पैग़ाम भिजवाया और आपने उसको क़बूल फरमा लिया | नजाशी ने 6 हिजरी में उम्मे ह़बीबा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा और और ह़ुज़ूरे अकरम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम का निकाह़ पढ़ाया और नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की तरफ से 400 अशर्फी महर का हक़ अ़दा फरमाया |निकाह के वक़्त उम्मे ह़बीबा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की उम्र 36 साल और नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र 59 साल थी | निकाह में आने के बाद आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा मदीने तशरीफ लाईं और 44 हिजरी को आपका विसाल हो गया |

Zainab Binte Khuzaima RaziAllahu Anha : ज़ैनब बिन्ते ख़ुज़ैमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा:-

ज़ैनब बिन्ते ख़ुज़ैमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा का पहला निकाह अ़ब्दुल्लाह बिन जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हू से हुआ , जंगे उहद में अ़ब्दुल्लाह बिन जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हू शहीद हो गए | फिर आपका निकाह नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के साथ हुआ, निकाह के वक़्त आपकी उम्र 30 साल थी | और नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र 56 साल थी | फक़ीरों और मिस्कीनों के ऊपर करम फरमाने की वजह से आप “उम्मुल मिस्कीन” के नाम से मशहूर थीं | नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के निकाह के बाद कुछ माह में ही आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा का विसाल हो गया, हमारे नबी ने आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा के जनाज़े की नमाज़ पढ़ाई और आप जन्नतुल बक़ी में दफन हुईं |

Umme Salma Raziallahutaalaanha : उम्मे सलमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा:-

उम्मे सलमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का नाम हिंद और कुन्नियत उम्मे सलमा है| आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा क़ुरैश के ख़ानदान मख़ज़ूम से थीं |आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा के वालिद अबू उमय्या मख़ज़ूमी मक्का के दौलतमंद लोगों में से थे |उम्मे सलमा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का पहला निकाह़ अ़ब्दुल्लाह बिन अब्दुल असद मख़ज़ूमी से हूआ|आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा अपने शौहर अ़ब्दुल्लाह बिन अब्दुल असद मख़ज़ूमी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु के साथ ईमान लाईं और ह़ब्शा की हिजरत में अपने शौहर के साथ थीं ,मदीने की हिजरत के बाद अ़ब्दुल्लाह बिन अब्दुल असद मख़ज़ूमी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु जंगे उहद में शहीद हो गए तो नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा को निकाह़ का पैग़ाम भेजा, चुनांचे 4 हिजरी को आप नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के निकाह में आईं निकाह के वक़्त ह़ुज़ूरे अकरम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र मुबारक 57 साल की थी, और आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा की उम्र 26 साल थी |

Zainab Binte Jahesh Raziallahutaalaanha : ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा:-

ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का असली नाम बर्रा और कुन्नियत उम्मुल ह़िकम है ,आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा के वालिद जह़श बिन रूबाब और वालिदा का नाम उमैमा था,आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा की दो बेवा भावीयाँ उम्मे ह़बीबा बिन्ते अबू सुफियान और ज़ैनब बिन्ते ख़ुज़ैमा रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हुमा भी नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की बीवियों में शामिल थीं |
ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का पहला निकाह हज़रत ज़ैद बिन ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु के साथ हुआ | जो नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के आज़ाद किए हुए ग़ुलाम थे | दोनों के तालुकात अच्छे ना रहे तो ज़ैद बिन ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु ने उनको तलाक दे दी और फिर उनका निकाह नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम से हुआ |निकाह़ के वक़्त ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा की उम्र 35 या 36 साल थी और मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम की उम्र मुबारक 58 या 59 साल थी |ज़ैनब बिन्ते जह़श रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का विसाल ह़ज़रत उ़मर फारूक़े आ़ज़म रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु के दौरे खिलाफत में हुआ

Jaweriya Binte Harisa Raziallahutaalaanha : जवेरिया बिन्ते ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा:-

जवेरिया बिन्ते ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा क़बीला बनी मुस्तलक़ के सरदार ह़ारिस बिन अभी ज़र्रार की बेटी थीं | आप की पहली शादी अपने क़बीले के एक नौजवान मुसाफेह़ बिन सफवान से हुई|
जो मुसलमानों और बनी मुस्तलक़ के दरमियान होने वाली जंग में मारे गए और जवेरिया बिन्ते ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा कनीज़ बना ली गईं |

आप रज़िअल्लाहुतआ़ला अन्हा ह़ुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की ख़िदमत में हाज़िर हुईं और आप सल्लल्लाहु ताआ़ला अ़लैही वसल्लम से मदद मांगी नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने रकम अदा कर दी और उन्हें निकाह़ की पेशकश की और उन्होंने क़बूल कर ली | चुनांचे 6 शाबान को आपका निकाह नबीये करीम सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के साथ हुआ | उस वक़्त जवेरि बिन्ते ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा की उम्र 25 साल की थी और मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र मुबारक 58 साल थी |जवेरिया बिन्ते ह़ारिसा रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का विसाल 25 हिजरी को हुआ |

Safiya Binte Hayi Raziallahutaalaanha : सफ़िया बिन्ते ह़यी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा:-

सफ़िया बिन्ते ह़यी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा का असली नाम जेनब है आप रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा क़बीला बनू नज़ीर के सरदार ह़यी बिन अख़तब की बेटी और क़ुरैज़ा के रईस की नवासी थीं |
सफ़िया बिन्ते ह़यी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा की पहली शादी मुश्कमुल क़रज़ी से हुई |उससे तलाक़ के बाद किनाना बिन अबुल ह़क़ीक़ के निकाह़ में आईं , जो जंगे खेबर में कत्ल हुआ , सफ़िया रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा जंग से गिरफ्तार होकर आईं | हुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने उन्हें आज़ाद करके उन से निकाह़ किया | निकाह़ के बाद आप सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र 59 साल और सफ़िया बिन्ते ह़यी रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा की उम्र 17 साल थी, सफ़िया रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा का विसाल 50 हिजरी में हुआ |

Maimoona Binte Haris Raziallahutaalaanha : मैमूना बिन्ते ह़ारिस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा:-

मैमूना बिन्ते ह़ारिस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा के वालिद ह़ारिस बिन ह़ज़्न और वालिदा का नाम हिन्द बिन्ते औ़फ था| मैमूना बिन्ते ह़ारिस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा की पहली शादी मसऊ़द बिन उ़मर से हुई | उनसे अलग होने के बाद अबू रहेम बिन अब्दुल उ़ज़्ज़ा के निकाह़ में आईं | 7 हिजरी में अबू रह़म की वफात के बाद मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के निकाह़ में आईं |निकाह़ के वक़्त मैमूना बिन्ते ह़ारिस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा की उम्र 27 साल और मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र 60 साल थी |मैमूना बिन्ते ह़ारिस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा का विसाल 51 हिजरी में हुआ |

Mariya Qabtiya Raziallahutaalaanha : मारिया क़बत़िया रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा :-

शाहे मक़ूक़स ने बांदी के तौर पर मारिया बिन्ते शमऊ़न क़बतिया को रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की ख़िदमत में भेजा| मगर 6 हिजरी को आप सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने उनके साथ निकाह कर लिया निकाह के वक्त मारिया क़बत़िया रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा की उम्र 20 साल थी और रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र 59 साल थी, मारिया क़बत़िया रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा से रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के साह़बज़ादे ह़ज़रत इब्राहीम पैदा हुए |मारिया क़बत़िया रज़िअल्लाहुतआ़ला अ़न्हा का विसाल 16 हिजरी को हुआ |

Rihana Binte Shamoon Raziallahutaalaanha : रिह़ाना बिन्ते शमऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा:-

रिह़ाना बिन्ते शमऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा यह़ूद के ख़ानदान बनु नज़ीर से हैं ,वाज़ मुअर्रिख़ीन ने आपका ताल्लुक़ बनु क़ुरैज़ा से बताया है ,आपके वालिद का नाम शमऊ़न बिन ज़ैद रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हु था | जो मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के सह़ाबी थे| रिह़ाना बिन्ते शमऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा का पहला निकाह़ बनु क़ुरैज़ा “ह़िकम” नामी शख़्स से हुआ |बनु क़ुरैज़ा की जंग के बाद जिन यहूदियों को कत्ल किया गया उनमें है कम भी शामिल था और रिहाना रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा को जंगी कै़दी के तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया |मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने उनको उम्मुल मंज़र बिन्ते क़ैस रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा के घर ठहराया | वहां उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया | उस वक़्त रिह़ाना बिन्ते शमऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा की उम्र कितनी थी इसका तारीखों में ज़िक्र नहीं मिलता है जबकि मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की उम्र मुबारक 59 साल थी | जब हुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ह़ज्जतुल वदा से मदीने की जानिब आए तब रिह़ाना बिन्ते शमऊ़न रज़िअल्लाहुतआ़लाअन्हा का विशाल हुआ | आपकी नमाजे़ जनाज़ा खुद मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने पढ़ाई और आप जन्नतुल बक़ी में दफ़न हुईं |

इस पोस्ट को लिखने मैं या कहने में कोई गलती हो गई हो तो अल्लाह से दुआ है की वो सरकारे मदीना सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के सदके से गलती को माफ कर दे।

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