Kon kon log ahle baith me shamil hain : कोन लोग लोग अहले बैत में शामिल हैं

आज हम इस पोस्ट में अहलेबैत के मुताअ़ल्लिक कुछ बातें जानेंगे और इन बातों पर ग़ोर फिक्र करेंगे:-

  1. अहले बैत की कितनी किस्में हैं
  2. हमारे नबी की आल की कितनी किस्में हैं
  3. अहले बैत के मुताल्लिक़ कुछ अहम वाक़्ये
  4. ह़ज़रत बीबी फातिमा जह़रा के लिए क़ब्र का रूला देने वाला जवाब
  5. ह़ज़रत अ़ली रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु की बीवियों के नाम

Ahlal bait ki kitni kisme hain : अहले बैत की कितनी किस्में हैं:-

अहले बैत 3 किस्में हैं:-

(1) अस़्ल अहले बैत:-

इसमें 13 लोग शामिल हैं 9 अज़वाजे मुतह्हरात ( मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की 9 बीवियां) और 4 साह़बज़ादियां (मुह़म्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की 4 बेटियां) ।

  • दाख़िले अहले बैत:-

इसमें तीन लोग शामिल हैं ह़ज़रत अ़ली रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु, ह़ज़रत इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु और ह़ज़रत इमाम ह़सन रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु ।

(3) लाह़िक़े अहले बैत( अहले बैत से मिले हुए):-

जिनको अल्लाह तआ़ला ने नापाकियों और गुनाहों से पाक कर दिया है और कमाल का तक़वा और पाकीज़गी अता फरमाई है चाहें वह सैय्यद हों या सैय्यदों के अलावा जैसे ह़ज़रत सलमान फारसी रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु ।

Hamare Nabi ki Aal ki kitni qisme hain : हमारे नबी की आल की कितनी किस्में हैं:-

रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की आल की दो किस्में हैं :-

(1) नस्बी:-

जैसे ह़ज़रत जाफर और अ़क़ील बिन अबी तालिब की औलाद और अब्बास रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु की औलाद और ह़ारिस बिन अ़ब्दुल मुत्तलिब और अ़लीये मुर्तज़ा और आप की औलाद रज़ियल्लाहु अ़न्हुम ।

(2)  सबबी:-

हर मुत्तक़ी और परहेज़गार मुसलमान रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की आल में शामिल है ।

Ahalalbaith ke mutalliq kuch Aham waqie : अहले बैत के मुताल्लिक़ कुछ अहम वाक़्ये:-

  1. रसूले खुदा सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम खुद अपनी ज़ौजऐ पाक आ़यशा सिद्दीक़ा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा से उनको ख़ुश करने की ख़ातिर और स़ह़ाबा रज़ियल्लाहु अ़न्हुम को तालीम देने के लिए दौड़ में मुक़ाबला करते थे ।
  2. सरकारे आ़लम सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम ने इरशाद फरमाया ह़सन और ह़ुसैन ये दोनों अर्श (आसमान) की तलवारें हैं ।
  3. जब इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु अपने नाना जान सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम की ख़िदमत में हाज़िर होते थे आप सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम उनका बोसा लेते और फरमाते ह़ुसैन को मरह़बा जिसके लिए मैंने अपना बेटा क़ुरबान किया ।
  4. आ़यशा सिद्दीक़ा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा सरकारे आ़लम सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम के बिसाल के 48 साल बाद तक ज़िन्दा रहीं ।
  5. ह़ज़रत उम्मे सलमा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा जो आप सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम की बीवियों में से हैं उन्हीं को हुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम ने कर्बला की मिट्टी दी थी जो ह़ज़रत इमाम ह़ुसैन की शहादत के वक्त लाल हो गई थी।
  6. पर्दे के हुक्म की आयत हुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम के उम्मे सलमा से निकाह के बाद नाज़िल हुई ।
  7. उम्में फज़ल रज़ियल्लाहु अ़न्हा ने ख्वाब में देखा कि उनकी गोद में रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के बदने पाक का एक टुकड़ा डाला गया है हुज़ूर सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने उसकी ताबीर फरमाई के फातिमा के यहां लड़का पैदा होगा और तुम उसको दूध पिलाओगी और फिर ऐसा ही हुआ कि जब हुसैन रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु पैदा हुए तो उम्में फज़ल रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा ने उन को दूध पिलाया
  8. ह़ज़रत अ़ली रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु के बेटे ह़ज़रत मुह़म्मद बिन ह़न्फिया रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु थे । ह़ज़रत अ़ली अपने दौरे खिलाफत में मुह़म्मद बिन ह़न्फिया को फौज का सालार बनाकर अक्सर जंगो में भेजते थे, किसी ने मुह़म्मद बिन ह़न्फिया से कहा तुम्हारे बाप अ़ली ह़सन या ह़ुसैन को किसी लड़ाई पर नहीं भेजते तुमको ही हमेशा मौत के मुंह में धकेल देते हैं । मुह़म्मद बिन ह़न्फिया ने फरमाया हसन और हुसैन मेरे वालिद की आंखें हैं और मैं उनका बाज़ू आंख का काम अलग है और बाज़ू का का अलग ।

Hazrat Biwi Fatima ke lie Qabr ka rula dene wala jawab : ह़ज़रत बीबी फातिमा जह़रा के लिए क़ब्र का रूला देने वाला जवाब:-

ह़ज़रत बीबी फातिमा ज़ह़रा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा को कब्र में उतारते वक्त अबूज़र गफ्फारी रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु ने जोश और ग़म में कब्र से कहा एक कब्र तुझे कुछ ख़बर भी है यह बेटी हैं रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की यह बीवी है अलीये मुर्तज़ा की यह मां है ह़सन और ह़ुसैन की यह फातिमा ज़हरा हैं जन्नत की बीवियों की सरदार । क़ब्र से आवाज़ आई! ऐ अबूज़र कब्र ह़सब नसब बयान करने की जगह नहीं है यहां तो नेक आ़माल का ज़िक्र करो यहां तो वही आराम पाएगा जिसके ज़्यादा आ़माल नेक हों और जिसका दिल मुसलमान हो ।

मैं अपना नज़रिया बताता हूं कि जब यह बयान मेरी नज़रों के सामने आता है तो आंखों में आंसू आ जाते हैं और दिल यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि जब फात़िमा ज़हरा के लिए कब्र का यह जवाब है तो हम जैसे सियाकार बदकार गुनहगारों का क्या आलम होगा हमें अपने गुनाहों से सच्चे दिल से तौबा करना चाहिए और अल्लाह की राह पर सच्चे दिल से चलना चाहिए और नेक आ़माल करना चाहिए क्योंकि कब्र में वही आराम पाएगा जिसके नेक आ़माल होंगे मालो दौलत ह़सब और नसब जाति और फिर्के बस यहीं रह जाएंगे ।

Hazrat Ali raziyallahu tala anhu ki biwiyo ke naam : ह़ज़रत अ़ली रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु की बीवियों के नाम:-

ह़ज़रत अ़ली रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु की 9 बीवियां थीं:-

  1. सैय्यदा फातिमा ज़हरा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  2. उम्में बनीन रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  3. लैला बिन्ते उम्मे सऊ़द रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  4. अस्मां बिन्ते अ़मीस़ रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा’
  5. अमामा बिन्ते अबुल आ़स़ रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  6. ख़ौला बिन्ते जाफर रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  7. सहबा बिन्ते रबीआ़ रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  8. उम्में सई़द बिन्ते उ़रवा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा
  9. मह़िया बिन्ते उमराउल क़ैस रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा

इन बीवियों से 12 बेटे और 9 लड़कियां हुईं जिनमें से ह़ज़रत ह़सन और ह़ज़रत ह़ुसैन, सैय्यदा जै़नब, सैय्यदा उम्मे कुलसूम रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हुम ह़ज़रत बीबी फात़िमा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा से हैं ।

  1. ह़ज़रत ज़ैद इब्ने ह़ारिसा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु को रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने आज़ाद करके अपना बेटा बना लिया था, आप रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम के बड़े चहीते थे यहां तक कि आपका शुमार अहले बैत मैं होता है।
  2. ह़ुज़ूरे अ़क़दस सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम ने ह़ज़रत बीबी फातिमा ज़हरा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा को हांथी के दांत के कंगन पहनाए।
  3. ह़ुज़ूरे अ़क़दस सल्लल्लाहु तआ़ला अ़लैही वसल्लम की बीवियों का महर 500 दिरहम था, जो आज के हिसाब से ₹4500 होता है।
  4. ह़ज़रत बीबी फातिमा ज़हरा रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हा का महर 400 मिसकाल यानी डेढ़ सौ तोला चांदी था।
  5. ह़ज़रत अ़ली रज़ियल्लाहु तआ़ला अ़न्हु अल्लाह का लक़ब ह़ैदरे क़र्रार है, यानी पलट पलट कर हमला करने वाला शेर।

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